नोएडा में एक व्यक्ति ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि उसने अपनी शिकायत दर्ज कराने के लिए थाने में तहरीर दी, लेकिन पुलिसकर्मियों ने उसे उचित तहरीर देने से मना कर दिया और थाने में बंद कर पीटा। पीड़ित का कहना है कि वह अपने भतीजे की शादी में शामिल होने के दौरान एक विवाद की शिकायत करने गया था, लेकिन पुलिस ने उसे तोड़फोड़ की घटना की तहरीर देने के लिए मजबूर किया। जब उसने इसका विरोध किया, तो पुलिसकर्मियों ने उसे पीटा और चार घंटे तक थाने में रखा।
पीड़ित की बहन सविता ने बताया कि सेक्टर 71 के पेट्रोल पंप पर एक कार सवार युवक से विवाद हुआ था। जब उन्होंने पुलिस को सूचित किया, तो आरोपी मौके से भाग गया। इसके बाद सविता और उसके पति धर्मेंद्र थाने में तहरीर देने गए, जहां सविता का भाई सोनू भी पहुंच गया।
पुलिस पर आरोप है कि उन्होंने सोनू को अंदर ले जाकर पीटा, जबकि महिलाओं को थाने में जाने से रोका गया। कई प्रयासों के बाद, पुलिस ने उन्हें सादा कागज पर हस्ताक्षर कराने के बाद चार घंटे बाद छोड़ दिया। पीड़ित पक्ष ने सोनू का मेडिकल परीक्षण दिल्ली के जीटीबी अस्पताल में कराया।
सोनू ने 24 फरवरी को पुलिस आयुक्त कार्यालय में शिकायत की थी, जिसके बाद अपर पुलिस आयुक्त ने जांच का आश्वासन दिया।
डीसीपी सेंट्रल नोएडा, शक्तिमोहन अवस्थी ने बताया कि पेट्रोल पंप पर अभद्रता करने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। दूसरी ओर, सोनू के खिलाफ थाने में हंगामा करने के आरोप में कार्रवाई की गई है, और पुलिस पर लगाए गए सभी आरोप निराधार बताए गए हैं।