नोएडा के चाइल्ड पीजीआई में एक विशेष सर्जरी के माध्यम से एक नवजात शिशु को नई जिंदगी मिली। जन्म के समय बच्चे की आंतें पेट से बाहर थीं, जिसे गैस्ट्रोकिसिस के नाम से जाना जाता है। चिकित्सकों ने इस स्थिति का सफलतापूर्वक उपचार किया है। अब बच्ची पूरी तरह स्वस्थ है और अपने परिवार के साथ है। यह सर्जरी अस्पताल में पहली बार की गई थी।
छवि उस समय की है जब बच्ची को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, और तब उसकी आंतें बाहर थीं। सर्जरी के बाद आंतों को पेट के अंदर फिर से स्थापित किया गया। अस्पताल के निदेशक, प्रोफेसर अरुण कुमार सिंह के अनुसार, इस बच्ची को लगभग एक महीने पहले भर्ती किया गया था, और उसके सफल उपचार के बाद उसे बुधवार को छुट्टी दे दी गई।
गैस्ट्रोकिसिस एक दुर्लभ जन्मजात विकार है, जिसमें जन्म के समय आंतें बाहर होती हैं, यह पेट की ऊपरी परत के समय पर बंद न होने के कारण होता है। सर्जरी के कुछ दिन बाद की तस्वीर भी उपलब्ध है।
डॉ. एके सिंह ने बताया कि इस ऑपरेशन को एक अनुभवी सर्जनों की टीम ने सफलतापूर्वक किया, जिन्होंने अपनी मेहनत और समर्पण से इस बच्ची की जान बचाई। बच्ची को जन्म के कुछ घंटों के भीतर अस्पताल लाया गया था, जिसका वजन 2 किलोग्राम था। उसे तुरंत ऑपरेशन के लिए ले जाया गया और फिर वेंटिलेटर पर रखा गया। लगभग एक महीने की देखभाल के बाद बच्ची को अस्पताल से छुट्टी मिल गई।