दिल्ली विधानसभा के बाहर गुरुवार को आम आदमी पार्टी (AAP) के 22 विधायकों ने 6 घंटे से अधिक समय तक प्रदर्शन किया। वे सदन से अपने निलंबन का विरोध कर रहे थे। 25 फरवरी को एलजी के अभिभाषण के दौरान AAP विधायकों ने नारेबाजी की, जिसके बाद स्पीकर विजेंद्र गुप्ता ने 21 विधायकों को 3 दिन के लिए निलंबित कर दिया।
नेता विपक्ष आतिशी ने कहा कि यह देश के इतिहास में पहला मौका है जब विधायकों को विधानसभा में जाने से रोका जा रहा है। उन्होंने इसे लोकतंत्र के लिए काला दिन बताया और कहा कि AAP इस मुद्दे को राष्ट्रपति के सामने उठाने के लिए समय मांगेगी।
विपक्ष के बिना भाजपा ने विधानसभा में मोहन सिंह बिष्ट को डिप्टी स्पीकर चुना। CM रेखा गुप्ता ने उनके नाम का प्रस्ताव रखा, जिसे पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने समर्थन दिया।
दिल्ली सरकार के मंत्री प्रवेश वर्मा ने कहा कि शीशमहल की जांच होगी और 2000 करोड़ रुपए के शराब नीति घोटाले पर सदन में चर्चा की जाएगी। CM रेखा गुप्ता ने 25 फरवरी को सदन में CAG रिपोर्ट पेश की, जिसमें AAP की शराब नीति के कारण 2002 करोड़ रुपए के नुकसान की बात कही गई थी।
भाजपा विधायक अरविंदर सिंह लवली ने CAG रिपोर्ट में अनियमितताओं का जिक्र करते हुए कहा कि AAP के लिए आने वाले दिन अच्छे नहीं हैं। वहीं, AAP ने CM रेखा वर्मा और स्पीकर विजेंद्र गुप्ता को लोकतंत्र का हत्यारा बताया और उन्होंने CAG रिपोर्ट को CBI के पास होने का दावा किया।
सदन में चर्चा के दौरान भाजपा विधायक सतीश उपाध्याय ने AAP पर CAG रिपोर्ट पर चर्चा से ध्यान भटकाने का आरोप लगाया।
दिल्ली विधानसभा सत्र को 3 मार्च तक बढ़ा दिया गया है, जबकि 24 फरवरी से शुरू हुआ यह सत्र पहले 27 फरवरी तक चलने वाला था। AAP के विधायकों को निलंबित करने के पीछे की वजहों को लेकर सदन में हंगामा भी हुआ।