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दिल्ली में 74 साल का रिकॉर्ड: गुरुवार की सुबह रही सबसे गर्म, अगले दो दिन का मौसम कैसा रहेगा?

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**दिल्ली में फरवरी की गर्मी का नया रिकॉर्ड**

दिल्ली में फरवरी की रातें 74 वर्षों में सबसे गर्म रहीं, जब न्यूनतम तापमान सामान्य से 7 डिग्री सेल्सियस अधिक दर्ज किया गया। हालांकि, हल्की बारिश और ठंडी हवाओं ने लोगों को गर्मी से कुछ राहत प्रदान की। मौसम विभाग ने शुक्रवार और शनिवार को भी हल्की बारिश की संभावना जताई है, जिससे तापमान में 2 डिग्री तक की गिरावट हो सकती है।

**मौसम का हाल**

बुधवार को दिल्ली का तापमान 32 डिग्री से ऊपर रहने के बाद, रात में मौसम ने बदलाव दिखाया। इस बदलाव के कारण, बुधवार मध्यरात्रि और बृहस्पतिवार सुबह कई क्षेत्रों में हल्की वर्षा हुई। इसके बावजूद, बीती रात और बृहस्पतिवार की सुबह फरवरी के लिए 74 वर्षों में सबसे गर्म रहीं। न्यूनतम तापमान सामान्य से 7 डिग्री अधिक रहा, लेकिन दिन में 18 से 20 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चलने वाली ठंडी हवाओं के कारण अधिकतम तापमान 7.4 डिग्री सेल्सियस गिर गया, जिससे दिन में मौसम में हल्की ठंडक महसूस की गई।

**आगे का पूर्वानुमान**

मौसम विभाग के अनुसार, शुक्रवार को आसमान में बादल छाए रह सकते हैं और सुबह में धुंध भी हो सकती है। बारिश के साथ गरजने की संभावना है, और हवा की गति 20 से 30 किलोमीटर प्रति घंटे रह सकती है। अधिकतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस रहने की उम्मीद है।

बृहस्पतिवार को दिल्ली में अधिकतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 1.1 डिग्री कम है, जबकि न्यूनतम तापमान 19.5 डिग्री सेल्सियस रहा, जो पिछले दिन से 4.1 डिग्री अधिक है।

**तापमान के रिकॉर्ड**

दिल्ली में फरवरी माह में 25 फरवरी 2015 को न्यूनतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। बृहस्पतिवार को न्यूनतम तापमान अब तक का सबसे अधिक रहा। इसके अलावा, 20 फरवरी 2015 को न्यूनतम तापमान 18.5 डिग्री सेल्सियस और 27 फरवरी 2021 को 17.8 डिग्री सेल्सियस रहा था।

विशेषज्ञों का कहना है कि वर्ष 1951 से 2025 के बीच फरवरी माह में बृहस्पतिवार को न्यूनतम तापमान में यह रिकॉर्ड है। इसके अलावा, दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों जैसे सफदरजंग, पालम, लोधी रोड, आया नगर, और रिज एरिया में भी हल्की वर्षा हुई।

**निष्कर्ष**

मौसम में इस बदलाव के कारण, आने वाले दिनों में न्यूनतम तापमान में 2 से 2.5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट हो सकती है, और बारिश के चलते अधिकतम तापमान भी 1 से 2 डिग्री सेल्सियस कम हो सकता है।

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बदरपुर में विशाल अजगर का रेस्क्यू: टीम की मेहनत से बचाई गई जान, वीडियो हुआ वायरल

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दिल्ली के बदरपुर क्षेत्र में एक विशाल अजगर (python) नजर आया, जिससे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। जैसे ही लोगों को इसकी जानकारी मिली, बड़ी संख्या में लोग अजगर को देखने के लिए इकट्ठा हो गए। कुछ युवकों ने अजगर को पत्थर मारकर परेशान करने की कोशिश की। इस दौरान, किसी ने वन्यजीव रेस्क्यू टीम को सूचना दी। टीम तुरंत मौके पर पहुंची और अजगर को सुरक्षित तरीके से पकड़ा।

अजगर को पकड़ने का प्रयास करते समय कई लोग वहां मौजूद थे। उसका आकार इतना बड़ा था कि उसे नियंत्रित करना चुनौतीपूर्ण था, लेकिन अंततः सामूहिक प्रयासों से उसे सफलतापूर्वक पकड़ लिया गया। इसके बाद, अजगर को सूरजकुंड के जंगलों में छोड़ा गया, ताकि वह अपने प्राकृतिक आवास में सुरक्षित रह सके।

रेस्क्यू के बाद, लोगों ने राहत की सांस ली, क्योंकि अजगर को देखने के लिए जुटी भीड़ के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में कठिनाई का सामना करना पड़ा। वन्यजीव विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी वन्यजीव को नुकसान न पहुंचाएं और ऐसी स्थितियों में तुरंत अधिकारियों को सूचित करें। शहरी क्षेत्रों में वन्यजीवों के आने पर उचित कदम उठाना जरूरी है, क्योंकि उनका शिकार करना न केवल अनैतिक है, बल्कि कानूनी रूप से भी दंडनीय हो सकता है।

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दिल्ली विधानसभा सत्र: मोहल्ला क्लीनिक में गड़बड़ी की जांच, रेखा सरकार आज पेश करेगी CAG रिपोर्ट

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10 साल में केवल आधे मरीजों का इलाज, एक मिनट में नहीं सुना जाता उनकी परेशानी; CAG रिपोर्ट में मोहल्ला क्लीनिक की कई कमियां उजागर

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नई दिल्ली: दिल्ली के मोहल्ला क्लीनिकों की स्थिति पर नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) की रिपोर्ट में गंभीर चिंता जताई गई है। रिपोर्ट के अनुसार, डॉक्टर मरीजों को देखने में एक मिनट से कम समय व्यतीत कर रहे हैं, जबकि कई क्लीनिकों में आवश्यक उपकरणों की कमी देखी गई है, और कुछ क्लीनिक महीनों तक बंद रहे। इसमें दवाओं की अनुपलब्धता, लैब सेवाओं का ठप होना, और आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार द्वारा किए गए वादों के अनुसार कम क्लीनिकों के निर्माण जैसे मुद्दे भी शामिल हैं। रिपोर्ट में क्लीनिकों के निरीक्षण में लापरवाही का भी उल्लेख किया गया है।

CAG की रिपोर्ट ने दिल्ली सरकार के मोहल्ला क्लीनिकों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। इसमें बताया गया है कि अधिकांश मरीजों को डॉक्टरों द्वारा एक मिनट से भी कम समय दिया जा रहा है, और जरूरी उपकरण जैसे पल्स ऑक्सीमीटर, ग्लूकोमीटर, एक्स-रे व्यूअर, थर्मामीटर और ब्लड प्रेशर मॉनिटर कई क्लीनिकों में उपलब्ध नहीं हैं।

रिपोर्ट में यह भी पाया गया कि 18% क्लीनिक 15 दिनों से लेकर 23 महीनों तक बंद रहे हैं। इसके पीछे डॉक्टरों की कमी, इस्तीफे और डी-एम्पैनलमेंट जैसे कारण बताए गए हैं। चार जिलों के 218 क्लीनिकों में से 41 क्लीनिक बंद मिले। अक्टूबर 2022 से मार्च 2023 के बीच 70% मरीजों को एक मिनट से भी कम समय के लिए परामर्श दिया गया, जिससे स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हुईं।

दवाओं की उपलब्धता पर भी चिंता जताई गई है। 74 क्लीनिकों में आवश्यक दवा सूची (EDL) में शामिल 165 दवाओं का पूरा स्टॉक नहीं पाया गया। दवाओं की आपूर्ति में बार-बार आने वाली दिक्कतों के कारण कई बार ऑर्डर पूरे नहीं हो पाए या आंशिक रूप से ही पूरे हुए। कई दवाएं या तो खरीदी ही नहीं गईं या ऑर्डर देने के बावजूद विक्रेताओं द्वारा डिलीवर नहीं की गईं। इसके परिणामस्वरूप, क्लीनिकों की समय पर देखभाल प्रदान करने की क्षमता प्रभावित हुई।

AAP सरकार के 10 साल के शासन में केवल 53% नियोजित मोहल्ला क्लीनिक ही बन पाए हैं। दूसरे कार्यकाल में सिर्फ 38 क्लीनिक जोड़े गए, जो उनके मेडिकल सर्विस के लक्ष्य से काफी पीछे हैं। 2015 में AAP सरकार ने 1000 क्लीनिक बनाने का वादा किया था, जो अब तक पूरा नहीं हुआ है। CAG रिपोर्ट में प्रोजेक्ट में देरी पर भी चिंता व्यक्त की गई है।

अधिकांश मोहल्ला क्लीनिकों में बुनियादी सुविधाओं की कमी का भी खुलासा हुआ है। 81 क्लीनिकों के मूल्यांकन में कई कमियां पाई गईं, जैसे कि 10 क्लीनिकों में पीने के पानी की अनुपलब्धता और 24 में दवाओं के भंडारण के लिए एयर कंडीशनिंग की कमी। इसके अलावा, कई क्लीनिकों में शौचालय की सुविधाएं भी नहीं थीं।

CAG ने बताया कि डीजीएचएस ने 26 फरवरी 2018 को एक आदेश जारी किया था, जिसमें सभी मोहल्ला क्लीनिकों का तिमाही दौरा अनिवार्य किया गया था। हालाँकि, ऑडिट से पता चला है कि मार्च 2018 और मार्च 2023 के बीच केवल 1.5% निरीक्षण ही पूरे किए गए।

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