नोएडा: उत्तर प्रदेश के नोएडा के सेक्टर-90 में एक निर्माण कंपनी पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा छापेमारी की गई है। यह कार्रवाई डब्लूटीसी बिल्डर और भूटानी ग्रुप से जुड़े 12 स्थानों पर एक साथ की गई, जिसमें दिल्ली, लखनऊ, नोएडा, फरीदाबाद और गुरुग्राम शामिल हैं। जानकारी के अनुसार, ईडी ने यह कदम निवेशकों से धोखाधड़ी के मामले में उठाया है।
गुरुवार को ईडी ने डब्लूटीसी बिल्डर और भूटानी ग्रुप के कार्यालयों पर करीब चार घंटों तक छापेमारी की। नोएडा के सेक्टर-90 में स्थित एक कार्यालय भी इसकी चपेट में आया। इस दौरान, ईडी के अधिकारियों ने दस्तावेज़, लैपटॉप, मोबाइल फोन और डेस्कटॉप कंप्यूटर जब्त किए हैं, साथ ही कई बैंक खातों की जानकारी भी इकट्ठी की जा रही है।
सूत्रों के मुताबिक, ईडी ने डब्लूटीसी बिल्डर के कार्यालयों, इसके प्रमोटर आशीष भल्ला और भूटानी ग्रुप के 12 स्थानों पर एक साथ सर्च ऑपरेशन चलाया है। ये ठिकाने नोएडा, फरीदाबाद और आसपास के क्षेत्रों में स्थित हैं, जहां डब्लूटीसी ग्रुप के कई निर्माण प्रोजेक्ट चल रहे हैं। आरोप है कि ग्रुप ने निवेशकों से एक हजार करोड़ रुपये से अधिक की राशि जुटाई है, लेकिन पिछले 10-12 वर्षों में उनके प्रोजेक्ट पूरे नहीं हुए हैं। इस संदर्भ में डब्लूटीसी बिल्डर, आशीष भल्ला और भूटानी ग्रुप के खिलाफ फरीदाबाद पुलिस और आर्थिक अपराध शाखा द्वारा कई मामले दर्ज किए गए हैं।
ईडी ने धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत यह छापेमारी की है। लखनऊ में भी भूटानी लखनऊ प्रोजेक्ट पर सर्च ऑपरेशन जारी है। अधिकारियों ने अभी तक इस कार्रवाई से संबंधित विस्तृत जानकारी साझा नहीं की है, लेकिन यह स्पष्ट है कि यह एक बड़े पैमाने पर की गई प्रक्रिया है।
भूटानी ग्रुप, जो देश की प्रमुख रियल एस्टेट कंपनियों में से एक है, अब तक 9 मिलियन स्क्वायर फीट से अधिक निर्माण कर चुका है और इसके 74 से अधिक प्रोजेक्ट्स चल रहे हैं। कंपनी को आधुनिक वाणिज्यिक और आवासीय प्रोजेक्ट्स के लिए जाना जाता है।